कोचिंग कोटा के विद्यार्थियों के मन से
* विद्यार्थी व्यथा *
*******हाडौती में गीत*******
अरी एरी बता, कद आवगी, मन म साता ।
पडबा लिखबा म ही बीत, जोबन की राता।
पन्द्रह साल की उम्रिया म ,
जोबन दस्तक दीन्ही ।
सर प आई बोर्ड परीक्षा,
निन्दां म्हारी छीनी।
अब तो बस पढाई ही
पीता और खाता।
री भाईली कद आवगी
जीवन म साता। पढबा…….
हलो पिताजी हाय माताजी
हाय भाई भोज़ाई
मलबो जुलबो दूसर हो ग्यो
सासरा क नाई।
भूल गई ऋ मूं सगा सम्बन्धी
रिश्ता और नाता।
री भाइली…….
कोचिंग छुट कोलेज म आई,
थोड़ी मस्ती छाई।
जिण साजन न देख्यो कोणी,
वांकी ओल्यु आई।
अब तो लाग दन बरस
ऒर लम्बी लाग राता।
ऋ भाइलि
कद आव्गी जीवन म साता…….
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***-* मधु गौतम