कोई रियायत नहीं होती
मुफ़लिसो की हसरतो की
कोई क़ीमत नहीं होती ।
ख़्वाहिशों के बज़ारो में
कोई रियायत नहीं होती ।।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद
मुफ़लिसो की हसरतो की
कोई क़ीमत नहीं होती ।
ख़्वाहिशों के बज़ारो में
कोई रियायत नहीं होती ।।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद