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22 Jan 2022 · 1 min read

कोई फरिश्ता नहीं ।

नगमा बनकर यूँ लबों पर सँवर जाऊंगा।
सुकूँन बनकर तेरी रूह में उतर जाऊंगा।।

मैं इंसान हूँ ज़िन्दगी में कोई फरिशता नहीं।
जितना भी होगा मुझसे मैं वो कर जाऊंगा।।

✍✍ताज मोहम्मद✍✍

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Like · 2 Comments · 289 Views
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