कोई नहीं देता…
गर्मी आते ही घना हो जाता है
पानी पानी का शोर चहुंओर
मगर साल के 365 दिन कोई
नहीं देता जल संरक्षण पर जोर
ज्यादातर स्थानीय निकायों का
बड़ा बजट पानी पर होता खर्च
फिर भी स्थानीय निकाय करते
नहीं कभी जल संरक्षण पर विमर्श
जल संरक्षण और प्रबंधन के लिए
बनानी होगी समय से उचित नीति
तभी हर परिवार को जल संकट से
दिलाई जा सकेगी वास्तव में मुक्ति
पानी के व्यापार पर सभी सरकारों
को लगानी होगी वैधानिक पाबंदी
हर आम इंसान की जरूरतों को
ध्यान रख करनी होगी नाकाबंदी
धन्नासेठों का गिरोह पानी बेचकर
कूटता रहता है हर सीजन में चांदी
आम आदमी के हिस्से का संसाधन
कब्जाने की अरसे से जारी है परिपाटी