कोई जिंदगी भर के लिए यूं ही सफर में रहा
कोई जिंदगी भर के लिए यूं ही सफर में रहा
किसी को जन्नतों ए नसीबी की रजा हो गई
चांदी की जूतियां से दब गए किसी के जुर्म।।
किसी के चेहरे की मुस्कुराहट भी सजा हो गई
✍️Deepak saral
कोई जिंदगी भर के लिए यूं ही सफर में रहा
किसी को जन्नतों ए नसीबी की रजा हो गई
चांदी की जूतियां से दब गए किसी के जुर्म।।
किसी के चेहरे की मुस्कुराहट भी सजा हो गई
✍️Deepak saral