कैसे यह अनुबंध हैं, कैसे यह संबंध । कैसे यह अनुबंध हैं, कैसे यह संबंध । देह क्षुधा के दौर में, प्रेम हुआ निर्गंध ।। सुशील सरना / 4-3-24