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5 May 2024 · 1 min read

के उसे चांद उगाने की ख़्वाहिश थी जमीं पर,

के उसे चांद उगाने की ख़्वाहिश थी जमीं पर,
उसके हिस्से में बस दो गज आसमां ही मुकम्मल हुई!!

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