कृष्ण
सुकोमल मुखड़े तथा बंसी की मधुरता से गोपियों का मन हरने वाले मदन मोहन ने कामदेव को मूर्च्छित कर दिया था। गिरिधारी बन गोकुल वासियों की रक्षा की थी। यही मधुसूदन ने पता नहीं कौन सी लीला रचा दी कि रक्षक से कौरवों के भक्षक बन गए और महाभारत जैसे युद्ध की सूचना करवा दी।