कृष्ण विनायक फड़के बाल साहित्य समीक्षा सम्मान से नवाजे गए डॉ. उमेशचन्द्र सिरसवारी
चन्दौसी (सम्भल, उत्तर प्रदेश)। चंदौसी के गाँव आटा निवासी बाल साहित्यकार डॉ. उमेशचन्द्र सिरसवारी को उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान, लखनऊ द्वारा एक सम्मान समारोह में वर्ष 2018 के लिए कृष्ण विनायक फड़के बाल साहित्य समीक्षा सम्मान से सम्मानित किया। इस सम्मान के अंतर्गत 51000 रुपये का ड्राफ्ट और शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। यह सम्मान उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान के यशपाल सभागार में 30 दिसंबर, 2019 को आयोजित किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अध्यक्षता प्राख्यात लेखक हृदयनारायण दीक्षित ने की। उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष प्रो. सदानन्दप्रसाद गुप्त और विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण की ने प्रशस्ति पत्र, 51000 रुपए की राशि का ड्राफ्ट और मानद पत्र, शाल उड़ाकर सम्मानित किया। यह सम्भल जिले के लिए गौरव की बात है, कि क्षेत्र के गाँव आटा निवासी उमेशचन्द्र सिरसवारी को संस्थान द्वारा ‘कृष्ण विनायक फड़के बाल साहित्य समीक्षा सम्मान‘ से सम्मानित किया गया। देश भर से प्रकाशित हो रही बाल पत्र-पत्रिकाओं में उमेशचन्द्र सिरसवारी की बाल कहानी, बाल कविताएँ, आलेख, शोध आलेख प्रकाशित होते रहे हैं। श्री सिरसवारी हिंदी में नेट जेआरएफ हैं, उन्होंने वर्ष 2018 में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से हिंदी में पी-एच.डी. की उपाधि प्राप्त की और वर्तमान में वे केंद्रीय हिंदी संस्थान आगरा में कार्यरत हैं। इस अवसर पर उनके गुरुजनों, मित्रों ने उन्हें बधाई दी है। बालसाहित्य के क्षेत्र में उमेशचन्द्र सिरसवारी सम्भल जिले के पहले व्यक्ति हैं जो इन्हें यह सम्मान प्रदान किया गया है।
प्रस्तुति
डॉ. उमेशचन्द्र सिरसवारी
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