कृपान घनाक्षरी-गुरू सक्सेना
बैरी आज सीना तान करे जंग का ऐलान,
ओ सपूतो सावधान,आन-बान जा न पाय।
माता भारती का मान,वीरो राखो देके प्रान,
ललकारो प्रण ठान,शत्रु बच के न जाए।
छत्रसाल के समान,चले झूमके कृपान
वैसा धारो स्वाभिमान,काल देख के डराय।
रिपु का मिटे गुमान,नभ गूंजे राष्ट्रगान,
अरिदल के निशान,पै तिरंगा फहराय।।
गुरू सक्सेना
नरसिंहपुर मध्यप्रदेश