कुम्भ मेला दृश्य
कुम्भ मेला दृश्य
पावन मेला कुम्भ का, सत्य सनातन मान |
संगम में डुबकी लगा, करिये गंगा स्नान |(1)
पावन कुम्भ स्नान में, सभी करें शुचि दान|
करते कुछ सर्वस्व का,न्योछावर श्री मान |(2)
आयोजन स्थल कुम्भ के, प्रयाग और हरिद्वार |
नासिक और उज्जैन भी,मने कुम्भ हर बार |(3)
पूर्ण कुम्भ के मध्य में, अंतर द्वादश वर्ष |
केवल मने प्रयाग में, अर्ध कुम्भ का हर्ष|(4)
दाखिल वृश्चिक राशि में, सूर्य चंद्रमा मान |
करते भेदन बृहस्पति, मेष राशि पहचान|(5)
बने कुम्भ का योग जब, मंगलकारी मान |
यह खगोल घटना घटे, मकर संक्रांति जान |(6)
मकर संक्रांति पर्व शुचि, प्रथम शाही स्नान|
पौष मास की पूर्णिमा, दूजा जमघट मान |(7)
मानो बसंत पंचमी,शाही संगम स्नान|
रखता माघी पूर्णिमा, पूर्ण कुम्भ का मान| (8)
पावन डुबकी कुम्भ में, साधु संत निज खेल|
माघ माह पावन सुखद, संत अखाड़ा मेल |(9)
संगम में डुबकी लगा, सबका कुम्भ स्नान|
दान दक्षिणा दीजिए, गुरू जनों को मान |(10)
गुरु वर साधो संत जन, सब करें कुम्भ स्नान |
संगम में डुबकी लगा, करें ज्ञान सब दान |(11)
संत समागम मोद मय, अनुयायी सत्संग|
भांति -भांति के संत हैं, अपने-अपने ढंग |(12)
पंडे होते खुश यहां, रामबाग में भीड़,
संतों का मेला लगा , भक्त जनों हित नीड़ |(13)
रेलों का मेला चला,और बसों में भीड़|
संगम रेला चल दिया, संत जनों के नीड़ |(14)
माघ माह की शीत से, कांप रहे सब लोग,
साधु संत डुबकी लगा, करते योगी योग |(15)
सभी चिकित्सालय खुले, सेवा दिन औ रात|
पुलिस सुरक्षा में जुटी, कुम्भ पर्व की बात |(16)
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम