कुदरत
“कुदरत” तेरा रूठना भी जरूरी था!
इंसान का तक़ब्बुर टूटना भी जरूरी था!
हर कोई खुद को खुदा समझ बैठा था !
ये शक दूर होना भी जरुरी था !.
“कुदरत” तेरा रूठना भी जरूरी था!
इंसान का तक़ब्बुर टूटना भी जरूरी था!
हर कोई खुद को खुदा समझ बैठा था !
ये शक दूर होना भी जरुरी था !.