कुण्डलिया
कुंडलिया
रक्षक सबके हे प्रभो , तुझसे विनती एक
वर दो दुर्जनता तेजें , और बनें हम नेक
और बने हम नेक, एक बस समझें तुझको
सब तेरे हैं पंथ , समझ आ जाए मुझको
मंदिर मस्जिद भेद , बताकर बने न भक्षक
कृपा करो प्रभु राम , सभी हों सबके रक्षक
अवध किशोर ‘अवधू’
मोबाइल नंबर9918854285