कुटुंब के नसीब
प्रभु की कृपा से हर व्यक्ति
को मिले हमसफर अनुकूल
अन्यथा संबंधों के निर्वहन की
राह में बिछ जाते अनेक शूल
हमनवां जिसका भी रहता है
सतत मानसिक रूप से करीब
उसके सुंदर फैसलों से निखरा
करते कुल औ कुटुंब के नसीब
जीवन सफर में एक से भले दो
यह बता गए निगम और पुराण
अच्छे हमसफ़र लगाया करते
हैं कीर्ति और यश में चार चांद
हर सफल इंसान की पृष्ठभूमि
में सुमति का अहम योगदान
अच्छा हमसफ़र किसी को तब
मिले जब कृपा करें भगवान