कुछ लोग
बातों में माहिर और बड़े शातिर होते हैं कुछ लोग
खूबसूरत मगर कातिल होते हैं कुछ लोग
करीब आते ही गले मिल के मुसकुराते हैं
पीठ-पीछे तो खंजर चलाते हैं कुछ लोग
मुझसे बेहतर नहीं है दोस्त तेरा इस जहां में कोई
फिर बड़ी वफ़ा से दुश्मनी निभाते हैं कुछ लोग
पास आते ही देखते हैं, पहलू में बैठकर जख्मों को
दूर जाते ही इक नया घाव दे जाते हैं कुछ लोग
दुश्मनों की जरूरत ही नहीं है उनको प्रतिभा
दोस्ती को ही इस तरह निभाते हैं कुछ लोग