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9 Jan 2023 · 1 min read

कुछ मुझको लिखा होता

कुछ मुझको लिखा होता
कुछ मुझको पढ़ा होता
अपने ही अल्फ़ाज़ों में,
कुछ मुझको गढ़ा होता
यह साथ हमारा भी
कुछ रूह से जुड़ा होता ।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
10 Likes · 280 Views
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