कुछ बाते बस बाते होती है
कुछ बाते बस बाते होती है
ना कोई ना कोई मकसद
कुछ बाते वर्षो तक रहती है
समय के साथ पकती
पककर जीवन हो जाती है
कुछ बाते छटती जाती है
समय के अपरदन से घिस कर
यादों से मिट जाती है
तुम हम बाकी सब किसमे
कितना रह जायेंगे या धुंधले पड़ जाएंगे
रुक कर झांक कर देखेंगे
क्या बाते सचमुच बस बाते होती है