कुछ पल की यादें
कुछ पल की यादें कहे डरता क्यों है दिल।
मुस्कुरा दे तू ज़रा जख्मों को तू सिल।
तेरे से ही तो मिले जग का हर एक सुख।
मेरी तू सुन ले जरा साहस से तू मिल।
वेधा सिंह
कुछ पल की यादें कहे डरता क्यों है दिल।
मुस्कुरा दे तू ज़रा जख्मों को तू सिल।
तेरे से ही तो मिले जग का हर एक सुख।
मेरी तू सुन ले जरा साहस से तू मिल।
वेधा सिंह