कुछ दोहे
कुछ दोहे:
कृष्ण, सभी से कीजिए, प्रेम पूर्ण व्यवहार I
ढाई आखर जोड़ते, दिल से दिल के तार II
कृष्ण सदा ही टालिए, आपस की तकरार I
बात सुनो इस कान से, उस से देउ निकार I
मतभेदों पर आप बस, मौन लीजिए ठान I
सबके दिल को जीत ले, छोटी सी मुस्कान II
रहें सदा जो एक से, पतझड़ और बसंत I
बिरले ही मिलते यहाँ, सीधे सच्चे संतII
श्रीकृष्ण शुक्ल, मुरादाबाद I