Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Dec 2023 · 1 min read

कुछ तो गम-ए-हिज्र था,कुछ तेरी बेवफाई भी।

कुछ तो गम-ए-हिज्र था,कुछ तेरी बेवफाई भी।
रह रह कर यूं खलती रही,हमको ये तन्हाई भी।।
आदतन तो , अहल-ए-कफस हुए नही थे हम।
कुछ रस्म-ओ-रिवाज थे,और कुछ रुस्वाई भी।।
फकत तेरा तगाफुल ही,सबब नही बेचैनी का।
कुछ गैरों से कुरबत,कुछ रब्त-ए-शनासाई भी।।
काफिले से भटकने का,गुनहगार सिर्फ मै नही।
कुछ राहों के पेंच-ओ-खम, कुछ रहनुमाई भी।।
दरिया-ए-उल्फत का, साहिल हमे मिला नही।
कुछ नाखुदा नाराज था,और कुछ गहराई भी।।
मेरे जख़्म भी तो रात भर, सोने नही देते मुझे।
कुछ तो रात सर्द थी, और कुछ ये पुरवाई भी।।
फिर भी मगर क्यूं जिंदा हैं,तू ये ना पूछ हमसे।
ये हसरत-ए-दीदार,कुछ हौसलाअफजाई भी।।
एक सिर्फ तदबीर से भी,मंजिल मिलती नही।
ये जरूरी है कि साथ रहे,खुदा की खुदाई भी।।

1 Like · 301 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"आसमान पर छाए बादल ,
Neeraj kumar Soni
रंग है खुबसूरत जज्बातों का, रौशन हर दिल-घर-द्वार है;
रंग है खुबसूरत जज्बातों का, रौशन हर दिल-घर-द्वार है;
manjula chauhan
जिस सादगी से तुमने साथ निभाया
जिस सादगी से तुमने साथ निभाया
Sonam Puneet Dubey
संबंध क्या
संबंध क्या
Shweta Soni
आँगन छोटे कर गई,
आँगन छोटे कर गई,
sushil sarna
एक डॉक्टर की अंतर्वेदना
एक डॉक्टर की अंतर्वेदना
Dr Mukesh 'Aseemit'
"वो दौर"
Dr. Kishan tandon kranti
उन कचोटती यादों का क्या
उन कचोटती यादों का क्या
Atul "Krishn"
सिखला दो न पापा
सिखला दो न पापा
Shubham Anand Manmeet
3555.💐 *पूर्णिका* 💐
3555.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
तेरी याद
तेरी याद
Shyam Sundar Subramanian
मैं अक्सर तन्हाई में......बेवफा उसे कह देता हूँ
मैं अक्सर तन्हाई में......बेवफा उसे कह देता हूँ
सिद्धार्थ गोरखपुरी
"कौन अपने कौन पराये"
Yogendra Chaturwedi
कृपया मेरी सहायता करो...
कृपया मेरी सहायता करो...
Srishty Bansal
गणपति बैठो जन के मन में
गणपति बैठो जन के मन में
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
है प्रीत बिना  जीवन  का मोल  कहाँ देखो,
है प्रीत बिना जीवन का मोल कहाँ देखो,
Abhishek Shrivastava "Shivaji"
यूं सजदे में सर झुका गई तमन्नाएं उसकी,
यूं सजदे में सर झुका गई तमन्नाएं उसकी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कड़वा सच
कड़वा सच
Sanjeev Kumar mishra
*जख्मी मुस्कुराहटें*
*जख्मी मुस्कुराहटें*
Krishna Manshi
वक्त की मुट्ठी में कैद मुकद्दर क्या है ?
वक्त की मुट्ठी में कैद मुकद्दर क्या है ?
ओसमणी साहू 'ओश'
झुकना होगा
झुकना होगा
भरत कुमार सोलंकी
दुआ सलाम
दुआ सलाम
Dr. Pradeep Kumar Sharma
जुबान
जुबान
अखिलेश 'अखिल'
चराचर के स्वामी मेरे राम हैं,
चराचर के स्वामी मेरे राम हैं,
Anamika Tiwari 'annpurna '
मैं शामिल तुझमें ना सही
मैं शामिल तुझमें ना सही
Madhuyanka Raj
15🌸बस तू 🌸
15🌸बस तू 🌸
Mahima shukla
..
..
*प्रणय*
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
तुमसे इश्क करके हमने
तुमसे इश्क करके हमने
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
आज कल के दौर के लोग किसी एक इंसान , परिवार या  रिश्ते को इतन
आज कल के दौर के लोग किसी एक इंसान , परिवार या रिश्ते को इतन
पूर्वार्थ
Loading...