Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Jan 2023 · 1 min read

कुछ तो करो

कुछ न करने से तो
बेहतर है कि
थोड़ा कम सही पर
कुछ तो करो
जितनी क्षमता है
जितना समय है
जितना सामर्थ्य है
जितना खुद पर भरोसा है
कुछ करने से
कुछ देने से
दिल कितना खुश होता है
उठो
कुछ करने की कोशिश तो करो
काम करो शुरू तो अवश्य पूरा
होता है।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
228 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Minal Aggarwal
View all
You may also like:
मेरा भारत महान --
मेरा भारत महान --
Seema Garg
तू इतनी चुप जो हो गई है,
तू इतनी चुप जो हो गई है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
लम्हे पुराने
लम्हे पुराने
मनोज कर्ण
" तरकीब "
Dr. Kishan tandon kranti
“त्याग वही है, जो कर के भी दिखाया न जाए, यदि हम किसी के लिए
“त्याग वही है, जो कर के भी दिखाया न जाए, यदि हम किसी के लिए
Ranjeet kumar patre
माँ
माँ
SHAMA PARVEEN
ये बता दे तू किधर जाएंगे।
ये बता दे तू किधर जाएंगे।
सत्य कुमार प्रेमी
लोकतंत्र में —
लोकतंत्र में —
SURYA PRAKASH SHARMA
ज़माना साथ होगा
ज़माना साथ होगा
Surinder blackpen
हे भारत की नारी जागो
हे भारत की नारी जागो
Dheerendra Panchal
शेर
शेर
*प्रणय*
जिंदगी कभी रुकती नहीं, वो तो
जिंदगी कभी रुकती नहीं, वो तो
Befikr Lafz
मंजिल तक पहुँचाना प्रिये
मंजिल तक पहुँचाना प्रिये
Pratibha Pandey
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
दोहे एकादश ...
दोहे एकादश ...
डॉ.सीमा अग्रवाल
कहते हैं लगती नहीं,
कहते हैं लगती नहीं,
sushil sarna
सच
सच
Sanjeev Kumar mishra
3616.💐 *पूर्णिका* 💐
3616.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
সেই আপেল
সেই আপেল
Otteri Selvakumar
मारी - मारी फिर रही ,अब तक थी बेकार (कुंडलिया)
मारी - मारी फिर रही ,अब तक थी बेकार (कुंडलिया)
Ravi Prakash
सम्मान
सम्मान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
लेखक होने का आदर्श यही होगा कि
लेखक होने का आदर्श यही होगा कि
Sonam Puneet Dubey
बाल कविता: जंगल का बाज़ार
बाल कविता: जंगल का बाज़ार
Rajesh Kumar Arjun
दान किसे
दान किसे
Sanjay ' शून्य'
छाऊ मे सभी को खड़ा होना है
छाऊ मे सभी को खड़ा होना है
शेखर सिंह
कमियों पर
कमियों पर
रेवा राम बांधे
कुदरत और भाग्य के रंग..... एक सच
कुदरत और भाग्य के रंग..... एक सच
Neeraj Agarwal
तुम्हारे लिए : हरवंश हृदय
तुम्हारे लिए : हरवंश हृदय
हरवंश हृदय
जै मातादी
जै मातादी
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
मां लक्ष्मी कभी भी जुआरिओ के साथ नही बल्कि जोहरीओ के साथ रहत
मां लक्ष्मी कभी भी जुआरिओ के साथ नही बल्कि जोहरीओ के साथ रहत
Rj Anand Prajapati
Loading...