कुछ जीवन पर वफा करदो l
कुछ जीवन पर वफा करदो l
तुम बद कल को दफा करदो ll
आज महनत, भर जायेगा l
कल स्वयम, संवर जायेगा ll
कुछ जीवन को, जवां करदो l
तुम बद सोच, रवां करदो ll
जीवन तो कठिन दरिया है l
चिंतायें मौत, जरिया है ll
तुम सहज भक्ति, चलन करदो l
तुम सच आस्था, सघन करदो ll
खुद को सहज पावन करदो l
प्रीत महकती पवन करदो ll
तुम सत्य प्यास, बयाँ करदो l
तुम सत्य होश, अयां करदो ll
प्रीत जीवन का परचम हो l
प्रीत सहज, मानव धर्म हो ll
विषय प्यास को खत्म करदो l
तुम प्रीत, जीव मर्म करदो ll
अरविन्द व्यास “प्यास”
व्योमत्न