* * कुछ कहे अनकहे जज़्बात * *
कुछ कहे अनकहे जज़्बात बात-बेबात मैंने कहे
कुछ चाहत के अल्फ़ाज वजह-बेवजह मैंने कहे
सुन रहा कौन मेरे लबों की ख़ामोश वह आवाज़
लिखी कागज़ पे दिल-आवाज़ जज़्बात मैंने
कहे।।
मधुप बैरागी