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28 Dec 2024 · 1 min read

कुछ कहना था

कुछ कहना था

मैं जानता हूँ कि तुम नहीं जानते,
पर यह बात भी तुम नहीं मानते।
मैं नाराज नहीं हूँ,
खामोशी का कारण मैं खुद हूँ।
समस्या का निवारण भी खुद हूँ,
एक वनवास मुझे भी चाहिए,
खुद में विश्वास मुझे भी चाहिए।

– बिंदेश कुमार झा

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