कुछ आप भी तो बोलिये!
बने शरीफ फर्जी
न सुनी किसी की अर्जी
न करी मदद किसी के
उसके दर्द का कहा
ये है खुदा की मर्जी।
जहाँ मिला फायदा बस
उसी के हो लिये
न हर शय को बस
मतलब से तोलिये
न रहो किसी के दर्द में चुप
कुछ आप भी तो बोलिये!
प्रिया प्रिंसेस पवाँर
स्वरचित मौलिक