कुछ आदर्श विचार
१.
आनंद वह जो जन कल्याण से प्राप्त होता है | इसे
स्वयं के सुख या दुख से कोई सरोकार नहीं होता |
मानवता की सेवा से अंतर्मन को पुष्पित एवं
पत्लवित करना इसका लक्ष्य होता है |
२.
आलस्य मनुष्य को निकम्मा कर देता है|
आलसी मनुष्य स्वयं के लिए तो बोझ़ होता ही है
साथ ही वह समाज व देश के लिए कैंसर होता है |