Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Jun 2024 · 1 min read

किसी मनपसंद शख्स के लिए अपनी ज़िंदगी निसार करना भी अपनी नई ज

किसी मनपसंद शख्स के लिए अपनी ज़िंदगी निसार करना भी अपनी नई ज़िंदगी शुरू करने का पहला और अंतिम क़दम होता है

©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”

65 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*आत्महत्या*
*आत्महत्या*
आकांक्षा राय
// तुम सदा खुश रहो //
// तुम सदा खुश रहो //
Shivkumar barman
मेरा दिल
मेरा दिल
SHAMA PARVEEN
दीवाना - सा लगता है
दीवाना - सा लगता है
Madhuyanka Raj
ज्यादातर युवक और युवतियों का अपने लक्ष्य से भटकने का कारण शा
ज्यादातर युवक और युवतियों का अपने लक्ष्य से भटकने का कारण शा
Rj Anand Prajapati
बहुत फुर्सत मै पढ़ना आनंद आ जायेगा......
बहुत फुर्सत मै पढ़ना आनंद आ जायेगा......
Rituraj shivem verma
■ जल्दी ही ■
■ जल्दी ही ■
*प्रणय*
नज़दीक आने के लिए दूर जाना ही होगा,
नज़दीक आने के लिए दूर जाना ही होगा,
Ajit Kumar "Karn"
3093.*पूर्णिका*
3093.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बाल कविता: तोता
बाल कविता: तोता
Rajesh Kumar Arjun
अंधेरे आते हैं. . . .
अंधेरे आते हैं. . . .
sushil sarna
Attraction
Attraction
Vedha Singh
मेरे जीवन में सबसे
मेरे जीवन में सबसे
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
सर्द सा मौसम है धूप फिर से गुनगुनाई है,
सर्द सा मौसम है धूप फिर से गुनगुनाई है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
जहन के भीतर///स्वतन्त्र ललिता मन्नू
जहन के भीतर///स्वतन्त्र ललिता मन्नू
स्वतंत्र ललिता मन्नू
पहचान ही क्या
पहचान ही क्या
Swami Ganganiya
न मुझे *उम्र* का डर है न मौत  का खौफ।
न मुझे *उम्र* का डर है न मौत का खौफ।
Ashwini sharma
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
के जिसको इश्क़ हो जाए भला कैसे वो सोएगा
के जिसको इश्क़ हो जाए भला कैसे वो सोएगा
पूर्वार्थ
पत्थर - पत्थर सींचते ,
पत्थर - पत्थर सींचते ,
Mahendra Narayan
सफलता
सफलता
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
*शत-शत नमन प्रोफेसर ओमराज*
*शत-शत नमन प्रोफेसर ओमराज*
Ravi Prakash
गीत
गीत
सत्य कुमार प्रेमी
ਯਾਦਾਂ ਤੇ ਧੁਖਦੀਆਂ ਨੇ
ਯਾਦਾਂ ਤੇ ਧੁਖਦੀਆਂ ਨੇ
Surinder blackpen
थोड़ा दिन और रुका जाता.......
थोड़ा दिन और रुका जाता.......
Keshav kishor Kumar
दो लॉयर अति वीर
दो लॉयर अति वीर
AJAY AMITABH SUMAN
"अकेलापन"
Pushpraj Anant
देखते हैं इसमें हम खुद को ,
देखते हैं इसमें हम खुद को ,
Dr fauzia Naseem shad
*प्रेम भेजा  फ्राई है*
*प्रेम भेजा फ्राई है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
" सफल होने के लिए "
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...