किसी भी कीमत पर तेरी होना चाहती हूं
तुमसे लिपटकर रोना चाहती हूं,
किसी भी कीमत पर तेरी होना चाहती हूं।
कुछ तो मर्जी होगी खुदा की इस में,
यूं ही नहीं तुझे पाकर सबको खोना चाहती हूं।
तेरे संग एक नया जहां बसाकर,
मैं कुछ सपने संजोना चाहती हूं।
तुम मेरी जुल्फों के साए में बैठे रहो,
मैं भी पलको की छांव में सोना चाहती हूं।
खुशियों की फसल उगे हमेशा वहां,
ऐसे सुनहरे बीज बोना चाहती हूं