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19 Oct 2024 · 1 min read

किसी ने तो चांद को रुलाया होगा, किसे अब चांदनी से मुहब्बत न

किसी ने तो चांद को रुलाया होगा, किसे अब चांदनी से मुहब्बत न रही

©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”

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