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21 Aug 2024 · 1 min read

किसी को किसी से फ़र्क नहीं पड़ता है

किसी को किसी से फ़र्क नहीं पड़ता है
यहां इंसान इंसान से ही घृणा करता है
देश और समाज तो दूर की बातें ठहरी
यहां इंसान अपनों से ही दुःखी रहता है
_ सोनम पुनीत दुबे

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