किसी के दिल में चाह तो ,
किसी के दिल में चाह तो ,
कहीं किरकिरी बनकर आंख में रहेंगे
कुछ दोस्त तो कुछ दुश्मन भी हमारी फिराक में रहेंगे ,
हम भी वो शख्शियत हैं कि भूलना है नामुमकिन ,
अगर मर भी गए तो लोगों के दिमाग में रहेंगे ।
मंजू सागर
गाजियाबाद
किसी के दिल में चाह तो ,
कहीं किरकिरी बनकर आंख में रहेंगे
कुछ दोस्त तो कुछ दुश्मन भी हमारी फिराक में रहेंगे ,
हम भी वो शख्शियत हैं कि भूलना है नामुमकिन ,
अगर मर भी गए तो लोगों के दिमाग में रहेंगे ।
मंजू सागर
गाजियाबाद