किसी के काम तो आया
मेरा नाकाम होना किसी के काम तो आया,
जुबां पर भूले से ही यूँ मेरा नाम तो आया.
जिए थे साथ वो भीगे से पल हमने भी कभी,
किसी औ की ख़ातिर अब ये विराम तो आया.
__शुचि (भवि)
मेरा नाकाम होना किसी के काम तो आया,
जुबां पर भूले से ही यूँ मेरा नाम तो आया.
जिए थे साथ वो भीगे से पल हमने भी कभी,
किसी औ की ख़ातिर अब ये विराम तो आया.
__शुचि (भवि)