किसी की याद में आंसू बहाना भूल जाते हैं।
किसी की याद में आंसू बहाना भूल जाते हैं।
इश्क की चोट से अपना ठिकाना भूल जाते हैं।
इस दुनिया में लोग मसरूफ है इतने की।
तेरी खुद अपना नाम तक बताना भूल जाता है
Phool gufran
किसी की याद में आंसू बहाना भूल जाते हैं।
इश्क की चोट से अपना ठिकाना भूल जाते हैं।
इस दुनिया में लोग मसरूफ है इतने की।
तेरी खुद अपना नाम तक बताना भूल जाता है
Phool gufran