किसी का यकीन
किसी का यकीन कभी भी
किसी भी परिस्थिति में भी
न तोड़ें क्योंकि जब किसी का
यकीन टूटता है, तो यकीन
ही नहीं टूटता वो इंसान भी
टूट जाता है जिसने आप पर
खुद से ज़्यादा यकीन किया
होता है, और अफ़सोस टूट कर
न रिश्ता जुड़ता है और न
इंसान !
डाॅ फौज़िया नसीम शाद