किसी का दूर जाना
किसी का दूर जाना इतने ज़ख्म देता क्यु
किसी का लौट आना इतनी खुशियाँ लाता क्यु
जब उसे जाना ही था तो वो लौट आया ही क्यु
अब वो जाना चाहता है तो उसे क्यों जाने दु
क्यू ना उसे अपनी बाहों में भर लू
किसी का दूर जाना इतने ज़ख्म देता क्यु
किसी का लौट आना इतनी खुशियाँ लाता क्यु
जब उसे जाना ही था तो वो लौट आया ही क्यु
अब वो जाना चाहता है तो उसे क्यों जाने दु
क्यू ना उसे अपनी बाहों में भर लू