किसी करीब के करीबी से मोहब्बत…!!
मेरा दिल भी किसी करीब के करीबी से लगा था,
अब किसे पता कि… उस शख्स को उसके करीबी से क्या गिला था,
वो नहीं समझा.. तोड़ दिया रिश्ता उसने.. जो दिल से जुड़ा था,
सरे आम उसी करीबी ने अपनों के बीच मुझे इग्नोर किया था…!!
तब से ठान लिया मैंने, आवारगी नहीं करुँगा,
ज्यादा करीब आएगा कोई तो, तवज्जो नहीं दूंगा,
भूल जाऊंगा कि.. दिल से जुड़े रिश्ते बेहद ख़ास होते है,
भूल कर भी… अब किसी करीब के करीबी से रिश्ता नहीं जोडूँगा…!”
रोना आएगा तो भी हँसना नहीं छोड़ूगा,
मुश्किलों से जुड़ा हूँ फिर नहीं टूटूँगा,
उसकी याद आती है तो आये रातों को,
अब किसी गैर से दिल नहीं जोड़ूंगा…!!
❤Love Ravi❤