Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Dec 2018 · 1 min read

किसान-हाइकु

1
मौसम गर्द
दे कृषक को दर्द
फसल गर्त
2
मौसम आग
कृषक का दुर्भाग्य
फसल राख
3
शस्य फसल
अनुकूल मौसम
धन्य किसान
4
नष्ट फसल
हरजाई मौसम
मरु किसान
-©नवल किशोर सिंह

Language: Hindi
318 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
लहरों सी होती हैं मुश्किलें यारो,
लहरों सी होती हैं मुश्किलें यारो,
Sunil Maheshwari
खिल गई  जैसे कली हो प्यार की
खिल गई जैसे कली हो प्यार की
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
तन्हाई को तोड़ कर,
तन्हाई को तोड़ कर,
sushil sarna
*मनमौजी (बाल कविता)*
*मनमौजी (बाल कविता)*
Ravi Prakash
" वो दौलत "
Dr. Kishan tandon kranti
“कवि की कविता”
“कवि की कविता”
DrLakshman Jha Parimal
#लघुकथा / #विरक्त
#लघुकथा / #विरक्त
*प्रणय*
दिल है के खो गया है उदासियों के मौसम में.....कहीं
दिल है के खो गया है उदासियों के मौसम में.....कहीं
shabina. Naaz
हमारी शान है हिन्दी,   हमारा मान है हिन्दी।
हमारी शान है हिन्दी, हमारा मान है हिन्दी।
डॉ.सीमा अग्रवाल
कितना रोके मगर मुश्किल से निकल जाती है
कितना रोके मगर मुश्किल से निकल जाती है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
उन्हें हद पसन्द थीं
उन्हें हद पसन्द थीं
हिमांशु Kulshrestha
ఆ సమయం అది.
ఆ సమయం అది.
Otteri Selvakumar
अकेलापन
अकेलापन
Neeraj Agarwal
मेघों की तुम मेघा रानी
मेघों की तुम मेघा रानी
gurudeenverma198
कामना के प्रिज़्म
कामना के प्रिज़्म
Davina Amar Thakral
4648.*पूर्णिका*
4648.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
यह पतन का दौर है । सामान्य सी बातें भी क्रांतिकारी लगती है ।
यह पतन का दौर है । सामान्य सी बातें भी क्रांतिकारी लगती है ।
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
आओ लौट चले 2.0
आओ लौट चले 2.0
Dr. Mahesh Kumawat
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
"अकेलापन"
Pushpraj Anant
आज अचानक आये थे
आज अचानक आये थे
Jitendra kumar
सैनिक के संग पूत भी हूँ !
सैनिक के संग पूत भी हूँ !
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
हाथ पर हाथ धरे कुछ नही होता आशीर्वाद तो तब लगता है किसी का ज
हाथ पर हाथ धरे कुछ नही होता आशीर्वाद तो तब लगता है किसी का ज
Rj Anand Prajapati
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
विश्व कविता दिवस
विश्व कविता दिवस
विजय कुमार अग्रवाल
मैने देखा नहीं है कोई चाँद
मैने देखा नहीं है कोई चाँद
VINOD CHAUHAN
मुहब्बत भी मिल जाती
मुहब्बत भी मिल जाती
Buddha Prakash
आगाह
आगाह
Shyam Sundar Subramanian
प्यार करने के लिए हो एक छोटी जिंदगी।
प्यार करने के लिए हो एक छोटी जिंदगी।
सत्य कुमार प्रेमी
जहन का हिस्सा..
जहन का हिस्सा..
शिवम "सहज"
Loading...