किसानों को..
फसल ख्वाबों की आँखों में, कभी बोने नहीं देते।
किसी उम्मीद के शिशु को, युवा होने नहीं देते।
कभी बारिश, कभी सूखा, कभी आँधी, कभी ओले,
किसानों को घड़ी भर चैन से सोने नहीं देते।।
प्रदीप कुमार
फसल ख्वाबों की आँखों में, कभी बोने नहीं देते।
किसी उम्मीद के शिशु को, युवा होने नहीं देते।
कभी बारिश, कभी सूखा, कभी आँधी, कभी ओले,
किसानों को घड़ी भर चैन से सोने नहीं देते।।
प्रदीप कुमार