किताब के पन्नों पर।
बनकर अल्फाज़ किताबों के पन्नो पर लिखा हूं।
कोई रिसालों में हमें भी पढ़े तो थोड़ा सुकूँ पाऊं।।
✍️✍️ ताज मोहम्मद ✍️✍️
बनकर अल्फाज़ किताबों के पन्नो पर लिखा हूं।
कोई रिसालों में हमें भी पढ़े तो थोड़ा सुकूँ पाऊं।।
✍️✍️ ताज मोहम्मद ✍️✍️