किताबों की दुनिया
किताबों की दुनिया
से बाहर भी कुछ है
जिन्हें ज़िन्दगी के लिए जानना है,
नहीं कुछ भी होता
जो मन सोचता है
नहीं कुछ भी मिलता
जो मन चाहता है
भरोसा मगर
रखना पड़ता है खुद पर
कि जग जीतने का तरीक़ा यही है।
किताबों की दुनिया
से बाहर भी कुछ है
जिन्हें ज़िन्दगी के लिए जानना है,
नहीं कुछ भी होता
जो मन सोचता है
नहीं कुछ भी मिलता
जो मन चाहता है
भरोसा मगर
रखना पड़ता है खुद पर
कि जग जीतने का तरीक़ा यही है।