Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jul 2021 · 1 min read

कितने रावण दहन करूँ

द्वेष,कपट,अन्याय,क्रूरता पग-पग कैसे हवन करूँ
रोज़ नया है एक जन्मता, कितने रावण दहन करूँ

हाथ किसी के राजदण्ड है, न्यायपीठ पर कोई है
बेटों को पड़ते हैं कोड़े, भारत माता रोई है
लोकतंत्र उल्टा लटका है, कैसे इसको नमन करूँ
रोज़ नया है एक जन्मता, कितने रावण दहन करूँ

ग्रामदेवता स्वप्नव्यूह में आकर खुद को मार रहे
ऋण के पसरे द्यूत-जाल में अपना जीवन हार रहे
कितने बच्चे भूखे सोये, कैसे मैं आचमन करूँ
रोज़ नया है एक जन्मता, कितने रावण दहन करूँ

दुःशासन के अट्टहास से धरती-नभ थर्राते हैं
द्रुपदसुताओं की पुकार पर कृष्ण कहाँ अब आते हैं
तार-तार होती मर्यादा देखूँ, कैसे सहन करूँ
रोज़ नया है एक जन्मता, कितने रावण दहन करूँ

मायामृग, उत्कोच बना है, पीछे राम बुलाने को
मन सीता सा मचल उठा है, दुर्लभ आशा पाने को
दुःख ताड़का-सुबाहु बने हैं, कैसे इनका शमन करूँ
रोज़ नया है एक जन्मता, कितने रावण दहन करूँ

सुख अशोक वाटिका में पड़ा, बन्धक हुआ दशानन का
मैं ‘असीम’ यायावर ठहरा जीवन के दण्डक वन का
राजनीति सोने की लंका, कैसे इसका वहन करूँ
रोज़ नया है एक जन्मता, कितने रावण दहन करूँ

© शैलेन्द्र ‘असीम’

Language: Hindi
Tag: गीत
258 Views

You may also like these posts

#कुत्ते
#कुत्ते
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
🌼एकांत🌼
🌼एकांत🌼
ruby kumari
जिंदगी ढल गई डोलते रह गये
जिंदगी ढल गई डोलते रह गये
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
#लघुकथा-
#लघुकथा-
*प्रणय*
वक़्त हमने
वक़्त हमने
Dr fauzia Naseem shad
सुन्दरता।
सुन्दरता।
Anil Mishra Prahari
जहां आपका सही और सटीक मूल्यांकन न हो वहां  पर आपको उपस्थित ह
जहां आपका सही और सटीक मूल्यांकन न हो वहां पर आपको उपस्थित ह
Rj Anand Prajapati
मन क्या है मन के रहस्य: जानें इसके विभिन्न भाग। रविकेश झा
मन क्या है मन के रहस्य: जानें इसके विभिन्न भाग। रविकेश झा
Ravikesh Jha
4085.💐 *पूर्णिका* 💐
4085.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
#सूर्य जैसा तेज तेरा
#सूर्य जैसा तेज तेरा
Radheshyam Khatik
झुर्रियों तक इश्क़
झुर्रियों तक इश्क़
Surinder blackpen
कुंडलिया
कुंडलिया
अवध किशोर 'अवधू'
हंसगति
हंसगति
डॉ.सीमा अग्रवाल
न जाने कौन रह गया भीगने से शहर में,
न जाने कौन रह गया भीगने से शहर में,
शेखर सिंह
रमेशराज के देशभक्ति के बालगीत
रमेशराज के देशभक्ति के बालगीत
कवि रमेशराज
नववर्ष का नव उल्लास
नववर्ष का नव उल्लास
Lovi Mishra
ऐ ज़िन्दगी!
ऐ ज़िन्दगी!
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
चंचल मन चित-चोर है , विचलित मन चंडाल।
चंचल मन चित-चोर है , विचलित मन चंडाल।
Manoj Mahato
आदिशक्ति वन्दन
आदिशक्ति वन्दन
Mohan Pandey
हमारे ख्याब
हमारे ख्याब
Aisha Mohan
ST666 - Nhà Cái Hàng Đầu, Nạp Rút Nhanh Chóng, Giao Dịch Bảo
ST666 - Nhà Cái Hàng Đầu, Nạp Rút Nhanh Chóng, Giao Dịch Bảo
ST666
*
*"सिद्धिदात्री माँ"*
Shashi kala vyas
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
तुम आना ( भाग -२)
तुम आना ( भाग -२)
Dushyant Kumar Patel
पावन भारत भूमि
पावन भारत भूमि
Dr. P.C. Bisen
प्रीतम के ख़ूबसूरत दोहे
प्रीतम के ख़ूबसूरत दोहे
आर.एस. 'प्रीतम'
"याद रहे"
Dr. Kishan tandon kranti
नजर से मिली नजर....
नजर से मिली नजर....
Harminder Kaur
खामोशी मेरी मैं गुन,गुनाना चाहता हूं
खामोशी मेरी मैं गुन,गुनाना चाहता हूं
पूर्वार्थ
प्यार के बारे में क्या?
प्यार के बारे में क्या?
Otteri Selvakumar
Loading...