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1 Aug 2024 · 1 min read

कितनी गौर से देखा करती हैं ये आँखें तुम्हारी,

कितनी गौर से देखा करती हैं ये आँखें तुम्हारी,
सफ़र-ए-इश्क़ का फ़ासला दिल ने तय कर लिया
©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”

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