का हो पलटू अब आराम बा!!
का हो पलटू अब आराम बा,
सुन तानी तहर इहे काम बा,
आपन फायदा कही देखेल ,
आत्मसमान बगल में फेकेले,
का हुज़ूर इहे राउर शान बा,
का हो पलटू अब आराम बा ,
मोह माया छोड़,उम्र भइल ढेर,
अभियो बसल कुर्सी में प्राण बा,
का हो पलटू अब आराम बा!!