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4 Jul 2021 · 1 min read

काहे सुख के गीत गइल हो

काहे सुख के गीत गइल हो
तुम के दुनिया जीत गइल हो

दुःख मा ही रगड़ा-घिसड़ा के
जिनगी अइसन बीत गइल हो

साज गजल के काहे छेरे
तुम से रूठा मीत गइल हो

हमका इश्क तनिक ना भावे
बैजू बनिके गीत गइल हो

असुअन की झरि सावन लागी
बिरहा के संगीत गइल हो
•••

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