काहे सुख के गीत गइल हो
काहे सुख के गीत गइल हो
तुम के दुनिया जीत गइल हो
दुःख मा ही रगड़ा-घिसड़ा के
जिनगी अइसन बीत गइल हो
साज गजल के काहे छेरे
तुम से रूठा मीत गइल हो
हमका इश्क तनिक ना भावे
बैजू बनिके गीत गइल हो
असुअन की झरि सावन लागी
बिरहा के संगीत गइल हो
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