Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Sep 2016 · 1 min read

काहे को सताये मोहे ……

काहे को सताये मोहे ……

कौन गाँव से आयो रे तू कौन तेरा देश रे ।
काहे को सताये मोहे तू बदल बदल भेष रे !!

जब जब जाऊं मै जमना के तीर
छलकत जाये मेरी गगरी से नीर
डर डर कर मोरे कदम उठत है
रैन दिवस मनवा में होये क्लेश रे ।।

कौन गाँव से आयो रे तू कौन तेरा देश रे ।
काहे को सताये मोहे तू बदल बदल भेष रे !!

जब जब भोर भये जाऊं पनघट पे
नित मोरी राह निहारे बैठ वो वट पे
शर्म के मारे मोहे आवत बड़ी लाज
कोई बताये कैसे रखूं दामन पाक शेष रे ।।

कौन गाँव से आयो रे तू कौन तेरा देश रे ।
काहे को सताये मोहे तू बदल बदल भेष रे !!

रोज – रोज़ मुझको जो ऐसे वो घेरे
वक़्त बे वक्त लगावे अंगना के फेरे
सखी सहेली मोहे उस नाम से छेड़े
बदनामी से बचने का दे दो मुझे उपदेश रे ।।

कौन गाँव से आयो रे तू कौन तेरा देश रे ।
काहे को सताये मोहे तू बदल बदल भेष रे !!
!
!
!
(डी. के. निवातियाँ )

Language: Hindi
Tag: गीत
4 Comments · 314 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from डी. के. निवातिया
View all
You may also like:
सोच और हम
सोच और हम
Neeraj Agarwal
यूं अपनी जुल्फों को संवारा ना करो,
यूं अपनी जुल्फों को संवारा ना करो,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*पछतावा*
*पछतावा*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
😢अब😢
😢अब😢
*प्रणय*
नई खिड़की
नई खिड़की
Saraswati Bajpai
संस्कृति संस्कार
संस्कृति संस्कार
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
...,,,,
...,,,,
शेखर सिंह
नवरात्रि में ध्यान का महत्व। - रविकेश झा
नवरात्रि में ध्यान का महत्व। - रविकेश झा
Ravikesh Jha
उठ जाग मेरे मानस
उठ जाग मेरे मानस
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
जो राम हमारे कण कण में थे उन पर बड़ा सवाल किया।
जो राम हमारे कण कण में थे उन पर बड़ा सवाल किया।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
" संगत "
Dr. Kishan tandon kranti
कदम आंधियों में
कदम आंधियों में
surenderpal vaidya
अनुराग मेरे प्रति कभी मत दिखाओ,
अनुराग मेरे प्रति कभी मत दिखाओ,
Ajit Kumar "Karn"
फ़ना
फ़ना
Atul "Krishn"
हम भी अपनी नज़र में
हम भी अपनी नज़र में
Dr fauzia Naseem shad
मैं पर्वत हूं, फिर से जीत......✍️💥
मैं पर्वत हूं, फिर से जीत......✍️💥
Shubham Pandey (S P)
किससे यहाँ हम दिल यह लगाये
किससे यहाँ हम दिल यह लगाये
gurudeenverma198
मुकद्दर से ज्यादा
मुकद्दर से ज्यादा
rajesh Purohit
अगहन माह के प्रत्येक गुरुवार का विशेष महत्व है। इस साल 21 नव
अगहन माह के प्रत्येक गुरुवार का विशेष महत्व है। इस साल 21 नव
Shashi kala vyas
"" *महात्मा गाँधी* ""
सुनीलानंद महंत
ख़ुद पे गुजरी तो मेरे नसीहतगार,
ख़ुद पे गुजरी तो मेरे नसीहतगार,
ओसमणी साहू 'ओश'
प्रेम के दो  वचन बोल दो बोल दो
प्रेम के दो वचन बोल दो बोल दो
Dr Archana Gupta
"You can still be the person you want to be, my love. Mistak
पूर्वार्थ
*जल-संकट (दोहे)*
*जल-संकट (दोहे)*
Ravi Prakash
3377⚘ *पूर्णिका* ⚘
3377⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
अदब  नवाबी   शरीफ  हैं  वो।
अदब नवाबी शरीफ हैं वो।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
मजा मुस्कुराने का लेते वही...
मजा मुस्कुराने का लेते वही...
Sunil Suman
सत्य की खोज, कविता
सत्य की खोज, कविता
Mohan Pandey
कम्बखत वक्त
कम्बखत वक्त
Aman Sinha
आत्म मंथन
आत्म मंथन
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
Loading...