काश कि ऐसा होता….
दरमियाँ तेरे मेरे ये दूरियाँ नहीं होती,
काश कि ऐसा होता ये मजबूरियाँ नहीं होती।
काश कि नहीं जाती करके मुझे तबाह तू,
काश कि ना थाम लेती और किसी की बाँह तू,
काश कि तेरे हाथों में चूड़ियाँ नहीं होती,
काश कि ऐसा होता ये मजबूरियाँ नहीं होती।
काश कि हम तुम कभी मिले ही नहीं होते,
काश कि नज़दीकियों में फासले नहीं होते,
काश कि तुमसे इश्क़ की मंज़ूरियाँ नहीं होती,
काश कि ऐसा होता ये मजबूरियाँ नहीं होती।