Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Nov 2024 · 1 min read

काश ऐसा हो, रात तेरी बांहों में कट जाए,

काश ऐसा हो, रात तेरी बांहों में कट जाए,
जी भर जिए हम और पल भर में मर जाए
ये मुमकिन तो नहीं तेरे बिना जीना दुश्वार हो,
हम-आग़ोश हों दोनों बस मदहोशी छा जाए

©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”

1 Like · 55 Views

You may also like these posts

*वोटर की लाटरी (हास्य कुंडलिया)*
*वोटर की लाटरी (हास्य कुंडलिया)*
Ravi Prakash
हे जगतारिणी
हे जगतारिणी
कुमार अविनाश 'केसर'
हमारी रूह ले गए हो।
हमारी रूह ले गए हो।
Taj Mohammad
दर्द का बस एक
दर्द का बस एक
Dr fauzia Naseem shad
जीने का एक अच्छा सा जज़्बा मिला मुझे
जीने का एक अच्छा सा जज़्बा मिला मुझे
अंसार एटवी
👍👍👍
👍👍👍
*प्रणय*
कोई काम जब मैं ऐसा करता हूं,
कोई काम जब मैं ऐसा करता हूं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कलम व्याध को बेच चुके हो न्याय भला लिक्खोगे कैसे?
कलम व्याध को बेच चुके हो न्याय भला लिक्खोगे कैसे?
संजीव शुक्ल 'सचिन'
life_of_struggler
life_of_struggler
पूर्वार्थ
रामलला के विग्रह की जब, भव में प्राण प्रतिष्ठा होगी।
रामलला के विग्रह की जब, भव में प्राण प्रतिष्ठा होगी।
डॉ.सीमा अग्रवाल
🙏😊🙏
🙏😊🙏
Neelam Sharma
"जो खुद कमजोर होते हैं"
Ajit Kumar "Karn"
Now awake not to sleep
Now awake not to sleep
Bindesh kumar jha
लिखना
लिखना
Shweta Soni
प्रयागराज में तैयारी के दौरान की गई पनीर पार्टी कभी भुलाई नह
प्रयागराज में तैयारी के दौरान की गई पनीर पार्टी कभी भुलाई नह
Rituraj shivem verma
यह आज़ादी झूठी है
यह आज़ादी झूठी है
Shekhar Chandra Mitra
23/64.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/64.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आज हमारी बातें भले कानों में ना रेंगे !
आज हमारी बातें भले कानों में ना रेंगे !
DrLakshman Jha Parimal
सभी कहने को अपने हैं मगर फिर भी अकेला हूँ।
सभी कहने को अपने हैं मगर फिर भी अकेला हूँ।
Sunil Gupta
मोहब्बत है अगर तुमको जिंदगी से
मोहब्बत है अगर तुमको जिंदगी से
gurudeenverma198
लघुकथा - घर का उजाला
लघुकथा - घर का उजाला
अशोक कुमार ढोरिया
क्षमा करें तुफैलजी! + रमेशराज
क्षमा करें तुफैलजी! + रमेशराज
कवि रमेशराज
एक क़ता ,,,,
एक क़ता ,,,,
Neelofar Khan
गीत- कभी हँसकर कभी रोकर...
गीत- कभी हँसकर कभी रोकर...
आर.एस. 'प्रीतम'
🍁🌹🖤🌹🍁
🍁🌹🖤🌹🍁
शेखर सिंह
ऋषि अष्टावक्र
ऋषि अष्टावक्र
Indu Singh
यदि ध्वनि हद से ज्यादा हो जाए तो सबसे पहले वो आपके ध्वनि को
यदि ध्वनि हद से ज्यादा हो जाए तो सबसे पहले वो आपके ध्वनि को
Rj Anand Prajapati
विषय-मेरा गाँव।
विषय-मेरा गाँव।
Priya princess panwar
श्राद्ध पक्ष के दोहे
श्राद्ध पक्ष के दोहे
sushil sarna
बेटा
बेटा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
Loading...