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10 Dec 2023 · 1 min read

काश आज चंद्रमा से मुलाकाकत हो जाती!

काश आज चंद्रमा से मुलाकाकत हो जाती!
थोड़ा हम कुछ कह लेते थोड़ी सी बात हो जाती!
हम तो दिल बहुत से अरमान लिए बैठे हैं!
थोड़ा सा हक हमारा भी है चांद पर यू ही थोड़ी अरमा लिए फिरता हूं!
एक जन्म का रिश्ता हे चांद से !
याद हे उसे या भूल गया मुझे मै तो जर्रे जर्रे से वाकिफ हूं उससे!

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