काशी विश्वनाथ।
काशी विश्वनाथ का तो, बदल गया है रूप, लग रहा देख कर , हुआ चमत्कार है
मुदित हैं त्रिपुरार,मिली गंगा जी की धार,
काशी का नवल अब, हो गया श्रृंगार है
प्रांगण विशाल हुआ, गंगा जी के घाट तक, दर्शनों को अब नहीं, लम्बी सी कतार है
दृश्य ये हुआ महान, पूजा का विधि विधान, गंग आरती के सँग , शिव का जयकार है
16-12-2021
डॉ अर्चना गुप्ता