काली रात
गहरी काली रात अब सूरज को न रोक पायेगी!
मुश्किले कैसी भी हो सब की सब कट जायेंगी!
जब होगा उजाला तो सब दूरियाँ मिट जायेंगी!
सवेरा होने पर ये ज़िंदगी फ़िर से मुस्कुरायेगी!
✒Anoop S.
गहरी काली रात अब सूरज को न रोक पायेगी!
मुश्किले कैसी भी हो सब की सब कट जायेंगी!
जब होगा उजाला तो सब दूरियाँ मिट जायेंगी!
सवेरा होने पर ये ज़िंदगी फ़िर से मुस्कुरायेगी!
✒Anoop S.